वेटरन्स इंडिया एक राष्ट्रीय गैर राजनीतिक देशभक्तों का संगठन है जिसका नेतृत्व देश के पूर्व सैनिक करते हैं ।जो व्यक्ति राष्ट्र के संविधान का ,राष्ट्र के तिरंगे का ,और राष्ट्र का सम्मान करता हो वह इस संगठन में जुड़ सकते हैं ।
इस संगठन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रवाद और देशभक्ति की सोच को राष्ट्र निर्माण में लगाना है ।वेटरन इंडिया की नारी सेना ,युवा सेना और किसान सेना भी बनाई है ।
मातृशक्ति देश के विकास का पिलर है इसलिए वेस्टर्न इंडिया की नारी सेना के नेशनल सेक्रेटरी श्रीमती गीता श्रॉफ ने इनीशिएटिव लेकर बच्चों के लिए “बच्चों की दुनिया” प्रोजेक्ट तैयार किया है ।जिसका उद्देश्य “खुशहाल बचपन से खुशहाल समाज “बनाने का है। सुरत की नारी सेना इस प्रोजेक्ट की शुरुआत करने की पहल की है।
नारी सेना की तरफ से आज तक किए गए कार्य इस तरह है :
* 26 जनवरी 2019 के दिन आर्म फोर्स के एक्स सर्विसमैन को मैरियट कोर्टयार्ड में लंच करवा कर वैलेंटाइन थिएटर मे “उरी “फिल्म आम पब्लिक के साथ दिखाई गई ।जिसका उद्देश्य हमारे सैनिकों को के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करना ।आम जनता को इस में भागीदार बनाना ।
* 8 मार्च 2019 के दिन सूरत शहर के रिंग रोड पर “Empowered Women Wall”,”सशक्त नारी दीवार “बनाई गई ।जिसके ऊपर आर्मी, नेवी ,और एयरफोर्स की 21 महिलाएं जिन्होंने अपनी ड्यूटी के साथ कुछ ज्यादा अचीव किया हो ,उनके 3D म्यूरल उनके अचीवमेंट के साथ आम जनता के लिए मेन रोड पर खुले में प्रदर्शित किया गया । जिसका उद्देश्य महिलाओं को यह एहसास करवाना है कि वह खुद स्वयं की,अपने परिवार की ,और देश की रक्षा करने के लिए सक्षम है ।
* जुलाई 2019 को “Women Health n Hygiene “प्रोजेक्ट लांच किया गया ।जिसके द्वारा महिलाओं की हेल्थ के लिए उनकी मेंस्ट्रूअल साइकिल के दौरान उनको आसानी से ज़ाहिर जगहों पर कहीं भी सेनेटरी पैड मिल सके ।इसलिए सेनेटरी पैड वेंडिंग मशीन सूरत और रूरल के गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूल, कॉलेज,स्टेडियम ,सिटी हेरिटेज जगह, साइंस सेंटर ,पुलिस स्टेशन ,स्लम एरिया ,एवं अन्य जगहों पर रखवाये गये। आज तक 70 से भी ज्यादा मशीन रख दिए गए हैं ! लेकिन 500 मशीन के करीब पहुंचने का टारगेट किया हुआ है ।
* 23 जून को डांग विस्तार में 600 बच्चों को शैक्षणिक किट दी गई ।
* 10 अगस्त को उधना रेलवे स्टेशन पर ट्री प्लांटेशन किए गए।
* 7 सितंबर को सूरत के नारी संरक्षण गृह में गणेश आरती के साथ वहां की महिलाओं को भोजन करवाया गया ।
* 8 सितंबर को “रक्तदान महादान “के अंतर्गत गणपति के जाहिर मंडप में ब्लड डोनेशन कैंप रखा गया ।जिसमें 102 बोतल ब्लड मिला ।
* 26 सितंबर को नवरात्रि सेलिब्रेशन पूर्व सैनिक एवं पुलिस के साथ मनाया गया ।
* 20 अगस्त को पुरग्रस्त विस्तार में फूड पैकेट्स दिए गए।
Project summary :
“बच्चों की दुनिया “यह प्रोजेक्ट के अंतर्गत जरूरतमंद बच्चों को ,ऐसी जगह पर बिन वपरासी यावपराशि कपड़े ,खिलौने ,स्पोर्ट्स के साधन ,पजल्स, गेम ,स्टोरी बुक्स, नोटबुक्स, जूते चप्पल ,जैसी चीजें , साधन संपन्न समाज के दाताओं के जरिए पहुंचाना ।
इंडस्ट्रियलाइजेशन के कारण नौकरी के लिए बहुत से लोग स्थलांतर करके आते हैं जहां बच्चों के लिए कोई भी सुविधा नहीं होती है ।इसीलिए बच्चों का बचपन रीडिंग ,स्टोरीज ,खिलौने ,कपड़े, स्पोर्ट्स,यह सब से वंचित रह जाता हैं ।बचपन का मुरझाना यानी कि भविष्य का मुरझाना,बचपन का हंसना यानी कि भविष्य का मुस्कुराना ।
स्लम एरिया ,आंगनवाड़ी ,हेल्थ सेंटर ,हॉस्पिटल ,कोर्ट ,पुलिस स्टेशन ,रेलवे स्टेशन ,बस स्टेशन ,स्कूल ,जैसी जगहों पर बच्चों के लिए कोई ऐसी सुविधा नहीं होती है जहां बच्चे अपने आप आनंद ले सके ।इसके कारण बच्चों का बचपन मुरझा जाता है ।धीरे-धीरे यही बच्चे प्रॉब्लम्स में रहना सीख जाते हैं और वह खुद प्रॉब्लम चाइल्ड बन जाते हैं जो कि समाज के लिए बहुत ही नुकसान कारक है ।क्योंकि ऐसे बच्चे समय के जाते व्यसन ,ड्रग्स ,चोरी ,हाथापाई ,जैसी चीजों में जुड़ कर क्राइम करने लगते हैं ।बच्चों के अच्छे -सच्चे -निर्दोष मन में अच्छे विचार ,अच्छी एक्टिविटी ,और खुशी भर कर हम उन्हें बचपन की मजा दे सकते हैं और वह भी बिना खर्च किए ।
ऑब्जेक्टिव्स एन्ड गोल्स:
* नात-जात,जाति ,धर्म ,वर्ग से ऊपर उठकर बचपन को खुशहाल बनाना ।
* हर बच्चे को खुशहाल बचपन मिले ।
* साधन संपन्न परिवार के बच्चों के द्वारा गरीब बच्चों को मदद के लिए हाथ बढ़ाना ।
ज्यादातर लोगों के पास बहुत सारी चीज फिजूल पड़ी रहती है ।ऐसी चीजों को इकट्ठी करके समाज के ज़रूरतमंद बच्चों को देना ।और साधन संपन्न लोगों को भी घर बैठे हुए दूसरे बच्चों के लिए खुशी इकट्ठा करने का मौका देना ।
* गरीब जरूरतमंद बच्चों को और अभावग्रस्त बच्चों को प्रोडक्टिव एक्टिविटीज के द्वारा अच्छी आदतें और खुशी देना ।*बच्चों में गलत आदतें और व्यसन को मिटाना ।
* बच्चों के क्राइम रेश्यो को घटाना ।
पद्धति :
* साधन संपन्न परिवारों से बच्चों की चीजें इकट्ठे करके तय किए गए कलेक्शन सेंटर में रखवाना । वहां उनको सेग्रीगेट करना ।उसकी सफाई करना ।रिपेर करना । पैकिंग करना ।
और फिर जरूरतमंद जगहों पर उसको रखना ।
पेपर मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ,और सोश्यल मीडिया की मदद से कर सकते हैं,सामान्य आम जनता को इसमें जुड़कर कर सकते हैं और स्कूल के बच्चों को मोटिवेट करके उनके साथ मिलकर कर सकते हैं ।
फ्यूचर सस्टेनेबिलिटी :
इसे समय-समय पर अपग्रेड करते रहेंगे ।नए कलेक्शन को सही जगह पर जरूरत के अनुसार रख दिए जाएंगे ।
अपील :
शहर के सुखी संपन्न परिवारों को हम वेटरन इंडिया नारी सेना अपील कर रही हैं कि ,भगवान की असीम कृपा से हम सुखी और साधन संपन्न है इसलिए हम अपने बच्चों को ज्यादा सुविधाएं दे सकते हैं ।हमारे बच्चे बड़े होते जाते हैं उस दरमियां उनके लिए खरीदी गयी सुविधाएं ,कपड़े ,खिलौने ,गेम्स, पजल्स , जैसी चीजें फिजूल होती जाती है ।तो आप ऐसी चीजों को अच्छी तरह से पैक कर के शहर के ऐसे दूसरे बच्चों के लिए डोनेट कीजिए ।
हम अपनी तरफ से ऐसी जगहों पर उसे पहुंचाएंगे जहां उसका सही इस्तेमाल हो सके और बहुत सारे बच्चों को खुशहाल बचपन मिल सके ।आप भी उस में भागीदार हो सकते हैं ।खुशहाल समाज बनाने के लिए आपका भी योगदान बहुत जरूरी है ।
आइए !हम सब हाथ मिलाए और हमारे समाज के सभी बच्चों को खुशहाल बचपन दे और समाज को भी खुशहाल बनाए|